5 संकेत जो बताते हैं कि आपका घर वास्तु ऊर्जा के अनुसार नहीं है

5 संकेत जो बताते हैं कि आपका घर वास्तु ऊर्जा के अनुसार नहीं है

क्या आपके घर में सब कुछ ठीक होते हुए भी मन बेचैन रहता है?
अगर हाँ, तो हो सकता है कि आपके घर की ऊर्जा वास्तु शास्त्र के अनुसार संतुलित न हो।
वास्तु शास्त्र एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है जो बताता है कि घर का सही दिशा में होना, सही चीज़ों का सही जगह पर होना, हमारे जीवन में शांति, सफलता और स्वास्थ्य लाता है।

इस ब्लॉग में हम बताएंगे 5 आसान संकेत, जो ये दिखाते हैं कि आपका घर वास्तु के अनुसार ठीक नहीं है, और साथ ही उनके सरल और प्रभावी उपाय भी।


✅ 1. घर में बार-बार बीमारियाँ या थकावट

आप क्या अनुभव करते हैं:

  • सिरदर्द, कमजोरी, नींद की कमी

  • बार-बार बीमार पड़ना या इलाज में देरी

कारण:
उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) दिशा स्वास्थ्य और मानसिक शांति से जुड़ी होती है। अगर यहाँ भारी सामान, टॉयलेट या गंदगी है, तो ये जीवन ऊर्जा को रोक देता है।

सरल उपाय:

  • इस दिशा में बुद्ध की पेंटिंग या जलप्रवाह (Waterfall) चित्र लगाएँ।

  • इस क्षेत्र को हल्का, साफ और खुला रखें।

  • सफेद या हल्के नीले रंग का उपयोग करें।


✅ 2. करियर या आर्थिक परेशानी

आप क्या अनुभव करते हैं:

  • नौकरी में तरक्की नहीं हो रही

  • अचानक आर्थिक नुकसान या पैसों की कमी

कारण:
उत्तर दिशा करियर और धन से जुड़ी होती है। अगर यहां रसोई, कूड़ेदान या टॉयलेट हो तो धन की ऊर्जा रुक जाती है।

सरल उपाय:

  • इस दिशा में सात घोड़े की पेंटिंग या झरना चित्र लगाएँ।

  • इस दिशा में लाल रंग या आग से जुड़ी चीज़ें न रखें।

  • इस क्षेत्र को साफ-सुथरा रखें।


✅ 3. घर में झगड़े और टकराव बढ़ना

आप क्या अनुभव करते हैं:

  • पति-पत्नी, माता-पिता, बच्चों के बीच बहस या नाराज़गी

  • घर में शांति की कमी

कारण:
दक्षिण-पश्चिम (नैऋत्य कोण) दिशा रिश्तों और स्थिरता की दिशा है। अगर यहाँ रसोई या टॉयलेट हो तो यह रिश्तों में तनाव लाता है।

सरल उपाय:

  • यहाँ जोड़े की पेंटिंग, कबूतरों का जोड़ा या सज्जन कपल की तस्वीर लगाएँ।

  • इस क्षेत्र में हल्के पीले, क्रीम या भूरे रंग का उपयोग करें।

  • बेड को इस कोने में दक्षिण दिशा की ओर सिर करके रखें।


✅ 4. प्रेरणा या रचनात्मकता की कमी

आप क्या अनुभव करते हैं:

  • काम करने का मन नहीं करता

  • नए विचार नहीं आते या कुछ नया करने की इच्छा नहीं होती

कारण:
पूर्व और पूर्व-उत्तर-पूर्व दिशा रचनात्मकता और स्पष्ट सोच की दिशा है। अगर ये क्षेत्र बंद, अंधेरा या अव्यवस्थित हो तो मानसिक ऊर्जा कमजोर हो जाती है।

सरल उपाय:

  • इस दिशा में तितलियों की पेंटिंग, हवा की घंटियाँ (Wind Chimes) या खुली हवा से जुड़ी तस्वीरें लगाएँ।

  • खिड़कियाँ खोलें और रोशनी आने दें।

  • भारी फर्नीचर और टॉयलेट से इस क्षेत्र को मुक्त करें।


✅ 5. नाम, पहचान या सफलता नहीं मिलना

आप क्या अनुभव करते हैं:

  • मेहनत का फल नहीं मिलता

  • समाज में आपकी पहचान नहीं बनती

कारण:
दक्षिण दिशा प्रसिद्धि, सम्मान और पहचान की दिशा है। अगर यहां टॉयलेट या रसोई हो, तो आपकी पहचान दब जाती है।

सरल उपाय:

  • यहाँ अग्नि की पेंटिंग जैसे अग्निकुंड, मोमबत्ती या लाल रंग का अमूर्त चित्र (Abstract Art) लगाएँ।

  • इस क्षेत्र में लाल और नारंगी रंग का प्रयोग करें।

  • इस दिशा को चमकदार और साफ रखें।


🧭 वास्तु इन्फोग्राफिक – संकेत और उपाय एक नज़र में

संकेतदिशासरल उपाय
बार-बार बीमार पड़नाउत्तर-पूर्वबुद्ध/जलचित्र, सफेद रंग, हल्का रखें
आर्थिक या करियर में रुकावटउत्तर7 घोड़े की पेंटिंग, लाल रंग से बचें
पारिवारिक झगड़ेदक्षिण-पश्चिमजोड़े की पेंटिंग, हल्के रंग, बेड की सही दिशा
रचनात्मकता की कमीपूर्व/पूर्व-उत्तर-पूर्वतितलियों की पेंटिंग, रोशनी, हवा
प्रसिद्धि में बाधादक्षिणअग्निकुंड/लाल चित्र, नारंगी-लाल रंग



अंतिम विचार:

क्या आपका घर आपकी ऊर्जा को बढ़ा रहा है या उसे घटा रहा है?
अगर उपरोक्त संकेत आपके घर में दिखाई दे रहे हैं, तो हो सकता है कि वहां की ऊर्जा अवरुद्ध हो। लेकिन चिंता न करें — सरल वास्तु पेंटिंग्स और रंगों के सही उपयोग से आप सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।


🛍️ वास्तु पेंटिंग्स खरीदना चाहते हैं?

हमारे कलेक्शन में हर पेंटिंग वास्तु के सिद्धांतों पर आधारित है —
100%  ऊर्जा संतुलन के अनुसार तैयार की गई।
👉 ArtFactory.in पर जाएं


FAQs 

प्रश्न: क्या सिर्फ एक पेंटिंग लगाने से वास्तु दोष खत्म हो जाएगा?
उत्तर: नहीं, लेकिन यह दिशा की ऊर्जा को संतुलित करने में ज़रूर मदद करती है।

प्रश्न: क्या यह उपाय महंगे हैं?
उत्तर: बिल्कुल नहीं। ये पेंटिंग्स किफायती हैं और तोड़फोड़ के बिना समाधान देती हैं।

Comments : (0)

Write a Comment